घर की रसोई में रखा एक छोटा सा मसाला – अजवाइन (Ajwain) – न सिर्फ भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि यह पाचन तंत्र से लेकर सर्दी-खांसी, त्वचा रोग और वजन नियंत्रण तक में चमत्कारी लाभ करता है। आयुर्वेद इसे “उग्र तासीर वाली अग्निवर्धक औषधि” मानता है।
अजवाइन एक तीखी, सुगंधित बीज होती है जिसे आयुर्वेद में “यवानी” कहा जाता है। इसका स्वाद तीखा और प्रभाव गर्म होता है। ये मुख्यतः भारत, ईरान और मध्य एशिया में उगाई जाती है। वैज्ञानिक नाम: Trachyspermum ammi सामान्य नाम: अजवाइन, ओमा, वामक, यवानी आयुर्वेद में अजवाइन का महत्व रस (स्वाद): कटु (तीखा)
वीर्य (तासीर): उष्ण (गर्म)
गुण: लघु (हल्का), रूक्ष (सूखा) विपाकः कटु (तीखा)
“यवानी कटुका तिक्ता, उष्णा तीक्ष्णा कफापहा ।दीपनी हृद्य शोथघ्नी वातकृच्छ्रविनाशिनी ॥”
– भावप्रकाश निघंटु
(अजवाइन तीखी, गर्म, तीव्र, कफ नाशक, अग्निवर्धक, हृदय के लिए उत्तम, सूजन हरने वाली और वात संबंधी रोगों में लाभकारी है।)
अजवाइन के घरेलू नुस्खे:
कब्ज और गैस में रामबाण
नुस्खा: 1/2 चम्मच अजवाइन + चुटकी भर काला नमक + गुनगुना पानी- भोजन के बाद सेवन करें
है।
इससे गैस, अपच, पेट फूलना और भारीपन में राहत मिलती
यह गैस-जनित और ठंड से होने वाले सिरदर्द को शांत करता है।
पेट के कीड़े (worms) दूर करने में उपयोगी
नुस्खा: सुबह खाली पेट 1/2 चम्मच अजवाइन और गुड़ मिलाकर खाएं। यह कृमिनाशक (deworming) गुण से भरपूर है।
वजन घटाने में सहायक
नुस्खा : रातभर 1 चम्मच अजवाइन को पानी में भिगो दें। सुबह उसे छानकर खाली पेट पी लें।
यह शरीर की चयापचय प्रक्रिया (metabolism) को तेज करता है और फैट बर्न में मदद करता है।
स्त्रियों के लिए लाभकारी (मासिक धर्म की अनियमितता) नुस्खा: अजवाइन का काढ़ा गुड़ मिलाकर दिन में 2 बार पिएं।
यह गर्भाशय शुद्धि व मासिक धर्म नियमितता में सहायक होता है। जोड़ों के दर्द और गठिया में राहत
नुस्खा: अजवाइन के तेल से जोड़ों की मालिश करें। या अजवाइन को भूनकर पोटली बनाकर सेक करें। यह सूजन, वात दोष और दर्द में लाभकारी है।
मानसून स्पेशल अजवाइन चाय:
/ 1 चम्मच अजवाइन / 1/2 चम्मच सौंठ / 2-3 तुलसी पत्ते / 1/2 चम्मच शहद (ठंडा होने पर मिलाएं)
सुबह या शाम इसे पीने से मौसम अनुसार शरीर संतुलित रहता है अन्य उपयोगी स्वरूप
• अजवाइन का तेल: वात रोग, जोड़ों के दर्द, खांसी
• अजवाइन पानी: गैस और वजन के लिए
• अजवाइन पोटली: सिरदर्द, सर्दी, गठिया
सर्दी-खांसी और जुकाम में लाभकारी
नुस्खा: अजवाइन को भूनकर कपड़े में बांध लें और उसकी सूंघाई करें। या, अजवाइन को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाकर पिएं।
नाक बंद, खांसी और कफ की समस्या में फौरन राहत मिलती है।
सिरदर्द में असरदार
नुस्खा: भुनी हुई अजवाइन का पाउडर कपड़े में बांधकर सूंघें या 2-3 बूंद अजवाइन तेल को माथे पर मालिश करें।
आजवाइन के अन्य औषधि एंटीऑक्सीडेंट,कृमिनाशक,सूजन-रोधी,गठिया-रोधी,पेट फूलने-रोधी,ऐंठन-रोधी,पाचन उत्तेजक,हाइपो-ग्लाइसेमिक,दर्दनाशक,वातहर,मांसपेशियों को आराम देने वाला,गैलेक्टागॉग,इमेनागॉग,कवकरोधी,रोगाणुरोधी,सूक्ष्मजीवीरोधी,रोगाणुरोधी,रोगाणुरोधी,रोगाणुरोधी,उच्च रक्तचाप-रोधी,श्वसनी-विस्फारक,सूखा-रोधी,मूत्रवर्धक,हृदय-उत्तेजक सावधानी:
अधिक मात्रा में सेवन से पित्त बढ़ सकता है
गर्भवती महिलाएं बिना विशेषज्ञ सलाह के न लें
अत्यधिक गर्म तासीर होने के कारण गर्मियों में सीमित मात्रा में लें